हड्डी फ्रैक्चर या हड्डी का खिसकना (Bone Fracture Or Dislocation)
हड्डी फ्रैक्चर या हड्डी का खिसकना के लक्षण
फ्रैक्चर के कई कारण हो सकते हैं। हड्डियों के कमजोर होने या हड्डियों से संबंधित कैंसर, सिस्ट, ऑस्टियोपोरोसिस आदि होने से। फ्रैक्चर के बाद हड्डी में दर्द के भी कई कारण हो सकते हैं-
- हड्डियों के आस-पास के नर्व एडिंग्स, जो हड्डी के टूटने पर सक्रिय होकर दिमाग को दर्द का संकेत देते हैं।
- हड्डियां टूटने से रक्तस्त्राव का होना और सूजन आना, जिससे दर्द होता है।
- फ्रैक्चर होने पर मांसपेशियां सिकुड़ कर हड्डी को बचाने की कोशिश करती हैं, यह भी दर्द का कारण होता है।
- ऐसी कोई दुर्घटना होने पर जिससे हड्डियां प्रभावित हों।
- हड्डियों का फ्रैक्चर व्यक्ति की उम्र पर भी निर्भर करता है क्योंकि ज्यादा उम्र में फ्रैक्चर के चांसेस बढ़ जाते हैं।
- हड्डियां टूटने से रक्तस्त्राव का होना और सूजन आना, जिससे दर्द होता है।
- फ्रैक्चर होने पर मांसपेशियां सिकुड़ कर हड्डी को बचाने की कोशिश करती हैं, यह भी दर्द का कारण होता है।
- ऐसी कोई दुर्घटना होने पर जिससे हड्डियां प्रभावित हों।
- हड्डियों का फ्रैक्चर व्यक्ति की उम्र पर भी निर्भर करता है क्योंकि ज्यादा उम्र में फ्रैक्चर के चांसेस बढ़ जाते हैं।
कुछ स्थितियों में असहनीय दर्द भी हो सकता है जैसे-
- संक्रमण होने पर
- गलत तरीके से प्लास्टर लगाने पर, बहुत ढीला या बहुत टाइट
- संक्रमण होने पर
- गलत तरीके से प्लास्टर लगाने पर, बहुत ढीला या बहुत टाइट
सामान्य उपचार
उपचार- (Tips to prevent bone fracture or dislocation)
- फ्रैक्चर वाली जगह की बर्फ से सिकाई करें। सूजन कम होगी और दर्द से आराम मिलेगा।
- पीड़ित व्यक्ति को पूरी तरह आराम करना चाहिए। संभव हो तो संबंधित जगह को हिलाने-डुलाने से बचें।
- गर्म सिकाई करने से भी आराम मिलता है।
- यदि हाथ या पैर की हड्डी टूटी हो तो उसे ऊंचाई पर करके रखें।
- फ्रैक्चर वाले स्थान के आस-पास की जगह पर मालिश करें।
- आधा अनानास रोज खाएं।
- रेड मीट खाने से बचें।
- प्रिजरवेटिव खाना न खाएं।
- पीड़ित व्यक्ति को पूरी तरह आराम करना चाहिए। संभव हो तो संबंधित जगह को हिलाने-डुलाने से बचें।
- गर्म सिकाई करने से भी आराम मिलता है।
- यदि हाथ या पैर की हड्डी टूटी हो तो उसे ऊंचाई पर करके रखें।
- फ्रैक्चर वाले स्थान के आस-पास की जगह पर मालिश करें।
- आधा अनानास रोज खाएं।
- रेड मीट खाने से बचें।
- प्रिजरवेटिव खाना न खाएं।
सावधानियाँ- (Precautions)
- कार में बैठकर हमेशा सीट बेल्ट पहनें।
- कोई खेल खेलते समय या साइकिल और मोटरसाइकिल चलाते समय, संबंधित सेफ्टी उपकरण जरूर पहनें।
- यदि किसी को ऑस्टीपोरोसिस है, तो नियमित व्यायाम करें और हड्डियों को मजबूत करने वाली डाइट लें।
- कोई खेल खेलते समय या साइकिल और मोटरसाइकिल चलाते समय, संबंधित सेफ्टी उपकरण जरूर पहनें।
- यदि किसी को ऑस्टीपोरोसिस है, तो नियमित व्यायाम करें और हड्डियों को मजबूत करने वाली डाइट लें।
rajeev sipahiya link http//:wwwsipahiya.blogspot.com
hamirpur (h.p)
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