Monday 28 March 2016

फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer)

फेफड़ों का कैंसर (Lung Cancer)Lung Cancer
माना कि मानव शरीर में कोशिकाओं का विकास एक नियंत्रित प्रणाली के रूप में होता है लेकिन कुछ कोशिकाओं का एक ऐसा समूह होता है जो कि अनियंत्रित रूप से बढ़ता है और विकसित होता है। इन कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाएं कहते हैं। ये दो प्रकार की होती है जिन्हें बिनाइन ट्यूमर (Benign Tumour) और मेलिगनेन्ट ट्यूमर (Malignant Tumour) कहा जाता है। 

क्या होता है कैंसर (What is Cancer)? 
बिनाइन ट्यूमर कैंसर रहित जबकि मेलिगनेन्ट ट्यूमर कैंसर वाला कहा जाता है। बिनाइन ट्यूमर कोशिकाओं की बढ़त बहुत धीमी होती है ये फैलती नहीं है। जबकि मेलिगनेंट ट्यूमर कोशिकायें तेजी के साथ बढ़ती हैं और अपने नजदीकी सामान्य ऊतकों (Tissues) को भी नष्ट करती है। ये संपूर्ण शरीर में फैल जाती हैं। जब मेलिगनेन्ट ट्यूमर मानवीय शरीर को प्रभावित करने लगता है और कैंसर कोशिकाओं को अन्य मानवीय ऊतकों (Tissues) में भेजने लगता है तो इस अवस्था को कैंसर (Cancer) कहा जाता है 
फेफड़ों का लार्ज सेल कैंसर, लार्ज सेल कार्सिनोमा के नाम से भी जाना जाता है। लार्ज सेल कैंसर अक्सर फेफड़ों की बाहरी परत पर होता है। इसलिए इससे होने वाली समस्याएं फेफड़ों को प्रभावित करती हैं। अगर जल्द से जल्द इसका इलाज नहीं किया जाए तो यह तेजी से अन्य अंगों में फैलना शुरू हो जाता है

फेफड़ों का कैंसर के लक्षण

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